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Manish Sisodia ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ED की जांच को झूठ बताया, कहा- ‘झूठे वादे करना बंद करो’

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) को मुकदमा चलाने की मंजूरी देने की खबर के तुरंत बाद, मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर हमला बोला है। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ED की जांच को झूठ का पुलिंदा करार दिया है।

मनीष सिसोदिया ने कहा, “अगर उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है, तो फिर ED अपनी कॉपी क्यों नहीं दिखा रहा?” उनका कहना था कि यह स्पष्ट है कि चुनावों से पहले अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मामला दर्ज करने की खबर झूठी और भ्रामक है।

BJP पर तंज

AAP नेता मनीष सिसोदिया ने बिना बीजेपी का नाम लिए यह कहा कि बाबा साहब के अपमान के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए झूठे वादे किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “झूठे वादे करना बंद करो और बताओ कि ED को मुकदमा चलाने की मंजूरी कहां है?” इस बयान से मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर करारा हमला किया है, जो उनकी पार्टी के खिलाफ लगातार आरोप लगा रही है।

ED द्वारा मुकदमा चलाने की मंजूरी की खबर

मनीष सिसोदिया का यह बयान उस समय आया जब दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के कार्यालय से यह खबर आई कि उपराज्यपाल ने प्रवर्तन निदेशालय को शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। 5 दिसंबर को ED ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी की मांग की थी, और अब उपराज्यपाल ने इसे स्वीकृति दे दी है।

क्या है शराब नीति मामला?

शराब नीति मामला दिल्ली सरकार द्वारा लागू की गई नई शराब नीति से जुड़ा हुआ है, जिसे बाद में विवादों का सामना करना पड़ा। आरोप है कि इस नीति के तहत शराब की होलसेल वितरण के अधिकार कुछ निजी कंपनियों को दिए गए थे, जिसके बदले में रिश्वत ली गई। ED ने आरोप लगाया कि AAP नेताओं ने इस नीति के तहत पैसे लिए और चुनावों में प्रभाव डालने के लिए इसका इस्तेमाल किया।

मनीष सिसोदिया का आरोप: ED की जांच है असत्य

मनीष सिसोदिया ने इस मामले में ED की जांच को असत्य और राजनीतिक दृष्टिकोण से प्रेरित बताया। उनका कहना था कि बीजेपी और उसकी सरकारें दिल्ली सरकार के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम कर रही हैं। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि बीजेपी झूठे आरोपों के जरिए AAP नेताओं को फंसाने की कोशिश कर रही है ताकि आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके।

आखिर क्यों मनीष सिसोदिया ने की यह प्रतिक्रिया?

मनीष सिसोदिया की यह प्रतिक्रिया इसलिए आई क्योंकि दिल्ली विधानसभा चुनावों में अब कुछ महीने ही बाकी हैं और बीजेपी लगातार अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार के खिलाफ हमलावर है। ऐसे में, मनीष सिसोदिया ने यह साफ किया कि AAP को बीजेपी के इस चुनावी हथकंडे से डरने का कोई कारण नहीं है।

दिल्ली में राजनीतिक घमासान

दिल्ली में इस वक्त राजनीतिक घमासान चल रहा है, जिसमें AAP और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति जारी है। जहां एक ओर AAP सरकार अपने कामकाज और योजनाओं को जनता के बीच ले जा रही है, वहीं दूसरी ओर बीजेपी पार्टी के नेता दिल्ली सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। यह स्थिति आने वाले चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है, क्योंकि इन आरोपों का असर दिल्ली की जनता पर पड़ेगा।

क्या है इस मामले का भविष्य?

यह सवाल अब दिल्ली की राजनीति में महत्वपूर्ण बन चुका है कि शराब नीति मामले में मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल पर आगे क्या कार्रवाई होती है। ED की जांच अभी भी चल रही है, और जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, इस मामले में और भी नए मोड़ देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल ने इस मामले को एक राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया है, और उनकी पार्टी ने हमेशा इन आरोपों का जोरदार विरोध किया है।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया

दिल्ली में बीजेपी के आरोपों के बीच कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिल रही हैं। कांग्रेस ने दिल्ली सरकार के खिलाफ कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, लेकिन अब यह देखना होगा कि आगामी चुनावों में ये आरोप किस तरह से राजनीतिक प्रभाव डालते हैं।

दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा ED को अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी देने के बाद मनीष सिसोदिया ने इसे झूठा और राजनीतिक दृष्टिकोण से प्रेरित आरोप बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी झूठे वादे कर रही है और चुनावों से पहले इस मामले को हवा दे रही है। अब देखना यह होगा कि इस मामले का क्या भविष्य होता है और यह दिल्ली विधानसभा चुनावों पर किस तरह से असर डालता है।

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